
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFOखाताधारकों को जल्द ही बड़ा तोहफा मिल सकता है। ET Now स्वदेश की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूनतम पेंशन (EPFO Pension) को तीन गुना बढ़ाया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की अगले महीने बैठक होने वाली है।
इस बैठक में न्यूनतम पेंशन में तीन गुना वृद्धि पर चर्चा होने की उम्मीद है। न्यूनतम पेंशन को मौजूदा 1,000 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये किया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक श्रम सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी जल्द ही इस मामले में अपनी रिपोर्ट देगी. इस फैसले से ईपीएफओ के करीब 6.5 लाख पेंशनभोगियों और 5 करोड़ अंशधारकों को फायदा होगा।
इक्विटी में निवेश की सीमा में वृद्धि हो सकती है : इसके अलावा बैठक में सीबीटी इक्विटी की सीमा को 15 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी करने पर भी चर्चा होगी. आपको बता दें कि मजदूर संघ इक्विटी में निवेश बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। इसके पीछे वह शेयर बाजार में अनिश्चितता को कारण बता रहे हैं।
पको बता दें कि कुछ दिन पहले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के ग्राहकों को झटका देते हुए वित्त मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 8.1 फीसदी ब्याज दर की घोषणा की थी। यह चार दशक में सबसे निचला स्तर है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.5 फीसदी थी। सरकार के इस फैसले का असर 6.5 करोड़ सब्सक्राइबर्स यानी 6.5 करोड़ नौकरी चाहने वालों पर पड़ेगा. घटती ब्याज दर के बीच इसे आकर्षक बनाए रखने के लिए सरकार ईपीएफओ फंड से शेयर बाजार में निवेश की सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है।
दरअसल, डेट फंडों को जरूरी रिटर्न नहीं मिल रहा है, इसलिए इक्विटी में निवेश कर अपना रिटर्न पाने की कोशिश की जा रही है. इस प्रस्ताव पर विचार करने के लिए दो सप्ताह पहले वित्त निवेश एवं लेखा परीक्षा समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। इस समिति द्वारा जो प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा, उसे ईपीएफओ केंद्रीय न्यासी निकाय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
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